
🛕 जगन्नाथ रथयात्रा: जब धरती पर उतरता है स्वर्ग, भक्तों को मिलते हैं श्रीहरि के दिव्य दर्शन
📍 पुरी, ओडिशा
📅 तारीख: (27 जून 2025)
जगत के पालनहार श्री जगन्नाथ महाप्रभु की रथयात्रा को यूं ही नहीं कहा जाता धरती का आठवां अजूबा। जब रथ पर सवार होकर श्रीहरि अपने भ्राता बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ पुरी की पवित्र भूमि पर निकलते हैं, तो ऐसा लगता है जैसे स्वर्ग स्वयं धरती पर उतर आया हो।
🙏 एक दैवीय अनुभव:
यह रथयात्रा मात्र एक पर्व नहीं, एक भाव, एक भक्ति, एक ब्रह्म आनंद है। लाखों श्रद्धालु इस पल के साक्षी बनने के लिए देश-विदेश से पुरी पहुंचते हैं। यह दृश्य मानो राधा के बंसी वाले श्रीकृष्ण का जीवंत रूप हो, जो भक्तों को दर्शन देने स्वयं पधारे हों।
🛕 तीनों रथों की भव्यता:
नन्दीघोष रथ (भगवान जगन्नाथ का रथ)
तालध्वज रथ (बलभद्र जी का रथ)
दर्पदलन रथ (सुभद्रा जी का रथ)
सभी रथों की लंबाई, ऊँचाई, रंग, आकार और भव्यता देखकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।
📜 आस्था, परंपरा और संस्कृति का अद्भुत संगम:
रथयात्रा केवल धार्मिक आयोजन नहीं, यह भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और जन आस्था का महापर्व है। यह पर्व एकता, सेवा, और प्रेम का जीवंत उदाहरण बनकर हर वर्ष हम सबके जीवन में अध्यात्म की नई ऊर्जा भरता है।